उत्तराखंड कुछ खुबसूरत स्थान :-
उत्तराखंड, देवभूमि देवों की पावन धरा, जहाँ हर स्थान अपनी खासियत में अनोखा और अद्वितीय है। एक ऐसा प्रदेश जो देवताओं, ऋषियों और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है। तो आइए, जानते हैं इस देवभूमि के कुछ स्थानो की विशेषता :-
1. देहरादून UK-07 –
घाटियों में बसी, राजधानी उत्तराखंड की,
बारिश, हरियाली, शहर, पहाड़ ।
शिक्षा का केंद्र, मसूरी की सर्द हवाएँ,
इसे “विवेक बुद्धि ज्ञान” का स्रोत बनाती हैं।
2. हरिद्वार UK-08 –
शिव की गंगा पावन धारा, धर्म का आंगन,
कुंभ का मेला, लाखों आस्थाओं विश्वास का संगम।
यहाँ हर दीप में है भक्ति की लौ, विश्वास का प्रकास ,
हरिद्वार जो है मुक्ति का द्वार ।
3. **नैनीताल UK-04 –
झीलों की नगरी, प्यार की तस्वीर,
पहाड़ों की गोद में बसी एक खूबसूरत तकदीर।
नैनी झील का किनारा, शाम का आलम,
यह शहर प्रेमियों का है प्रिय आलम।
4.अल्मोड़ा UK-01 –
संस्कृति की गाथा, परंपरा का गान,
कुमाऊं की भूमि, कला का अभिमान।
सूरज के ढलते संग इसकी घाटियाँ सुर्ख हो जाती हैं,
औ र पुरानी वास्तुकला इसमें नए रंग भर जाती हैं।
5. पौड़ी गढ़वाल UK-12 –
प्रकृति की गहरी बाँहों में समाया,
सुंदर नजारों का आशियाना।
यहाँ का कण-कण सुगंधित है देवताओं की वाणी से,
पौड़ी, जहाँ हर कदम पवित्रता से महकता है।
6. पिथौरागढ़ UK-05 –
मिनी कश्मीर का खिताब, बर्फ की छांव,
यहां की वादियों में बसती है पर्वतों की छांव।
नंदा देवी और माउंट त्रिशूल का ठिकाना,
पिथौरागढ़, अद्वितीय सुन्दरता का अनमोल खजाना।
7. रुद्रप्रयाग UK-13 –
संगम का स्थल, जहाँ मिलते अलकनंदा-मंदाकिनी,
रुद्र का धाम, यहाँ भक्तों की सजी है कनी।
केदारनाथ का मार्ग यहीं से गुजरता है,
हर यात्रा का मुकाम यहाँ साकार होता है।
8. चमोली UK-11 –
प्रकृति के रंगों से सजी धरा,
यहाँ का हर पेड़, हर पत्ता मानो साक्षात है धरा।
बद्रीनाथ का पावन धाम यहीं पर बसता,
चमोली, जहाँ हर भक्त भगवान से मिलता।
9. उधमसिंह नगर UK-06 –
उद्योग की भूमि, हरियाली की छांव,
मेहनत और विकास की जहाँ सजी है थांव।
किसान की मेहनत का फल यहाँ पर रंग लाता है,
उधमसिंह नगर, अपनी ताकत का दम दिखाता है।
10. बागेश्वर UK-02 –
शिव के भक्तों का बसेरा,
सरयू और गोमती का संगम, जो जोड़ता है दिलों का घेरा।
हिमालय की गोद में बसे इस जिले का सौंदर्य निराला,
बागेश्वर, आध्यात्म और प्राकृतिक सुंदरता का है ज्वाला।
11. टिहरी गढ़वाल UK-09 –
टिहरी डैम, उर्जा का स्रोत,
विस्थापन की कहानियों में एक गहरी चोट।
परन्तु ये क्षेत्र मानो जल और भूमि का संगम है,
टिहरी, जहाँ धड़कता है हर जलधार का संग्राम है।
12. **उत्तरकाशी UK-10 –
गंगा की उद्गम स्थली, तपोवन की भूमि,
यहाँ की घाटियों में बसता है साधुओं का समूह।
गंगोत्री, यमुनोत्री, जहाँ जीवन के मंत्र फूटते हैं,
उत्तरकाशी, जहाँ सच्चे संत की आत्मा झूमती है।
13. चंपावत UK-03 –
इतिहास की गूंज, मंदिरों की भूमि,
आदि शंकराचार्य की यात्राओं का यहाँ समर्पण।
यहाँ की पुरानी इमारतें और मंदिर,
चंपावत का गौरव हैं, जहाँ बसती है आत्मीयता की सोंधी गंध।
14. रुद्रप्रयाग UK-13 –
देवताओं की धरा, प्राकृतिक रंगों की रचना,
यहाँ का हर झरना, हर चट्टान कहती है कोई कहानी।
मंदाकिनी के संगम पर बसा,
रुद्रप्रयाग, जीवन का साक्षात्कार है जहाँ हर पग पर।
उत्तराखंड का हर शहर अपने आप में एक पूर्ण कविता है, यहाँ प्रकृति और संस्कृति का अनमोल संगम है। उत्तराखंड की धरती बस एक जगह नहीं, बल्कि भावनाओं का एक महासागर है।